भारतीय रेलवे कि नौकरी में नही रही युवाओ कि दिलचस्पी 75 फीसदी ने छोड़ दी रेलवे परीक्षा
क्यों छोड़ी ! 75 फीसदी अभ्यर्थियों ने रेलवे परीक्षा
इसमें उत्तर रेलवे की परीक्षा में 28 और पूर्वोत्तर रेलवे भर्ती सेल की परीक्षा में 22 प्रतिशत उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया।
इसके बाद वापसी में ट्रेनों में जमकर भीड़ उमड़ी। नीलांचल एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनों की आरक्षित कोच के यात्री अपनी सीट तक नहीं पहुंच सके। उनको अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी।
पूर्वोत्तर रेलवे भर्ती सेल की परीक्षा सुबह 10 से 11:30 और दोपहर तीन से 4:30 बजे 35 केंद्रों पर आयोजित थी। इसमें करीब 70 हजार आवेदक बुलाए गए थे, जिनमें केवल लगभग 15 हजार अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी।
वहीं, उत्तर रेलवे भर्ती सेल की परीक्षा में 34 हजार उम्मीदवारों को प्रवेशपत्र भेजा गया था। सुबह 11 से दोपहर 12:30 बजे तक प्रथम पाली में 35 केंद्रों पर आयोजित इस परीक्षा में 9585 उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया।
भर्ती से जुड़े रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, रेलवे भर्ती सेल की परीक्षा एक साथ देश भर में आयोजित होने से कम उम्मीदवार ही आ रहे हैं। उम्मीदवारों ने एक साथ कई शहरों के लिए आवेदन किया था। ऐसे में वह निकटतम केंद्रों की परीक्षाएं देने जा रहे हैं।
परीक्षा देकर लौटते समय अभ्यर्थियों का हुजूम चारबाग स्टेशन पर उमड़ा। नई दिल्ली से पुरी जाने वाली नीलांचल एक्सप्रेस की आरक्षित बोगियों में अभ्यर्थियों ने कब्जा जमा लिया।
इससे एस-सात की सीट 57 का आरक्षण कराने वाले आरके सिंह और एस पांच में सीट 29 से 32 तक परिवार के साथ जा रहे भगवान दास सहित दर्जनों यात्रियों को बोगियों में घुसने नहीं दिया गया। आरपीएफ और जीआरपी के इंतजाम भी नकाफी रहे।