पौधा लगाओ योजना: आप अपने घर मे पौधा लगे के जीत सकते है 50000 तक का इनाम यह से करें रेजिस्ट्रैशन
पौधा लगाओ योजना: इस पोस्ट में हम आपको पौधा लगाओ योजना: इसकी पूरी जानकारी देंगे अगर आपको किसी भी टॉपिक नोट्स या कोई भी सीलेबस या कोई भी न्यूज की जानकारी या पीडीऍफ़ चाहिये तो आप हमे Comment माध्यम से जरुर बताएं हम आपकी समस्या का समाधान जल्द से जल्द करेंगे उस टॉपिक पर पोस्ट जरुर बनायेंगे तो आप हमारी बेबसाइट को रेगुलर बिजिट करते रहिये | और YouTube के माध्यम से पड़ने के लिए नीचे दिए गए लिंग पर क्लिक कर सकते है |
पौधा लगाओ योजना
इस योजना के तहत राज्य में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण करना । जिसके तहत नागरिकों को मानसून के दौरान पेड़ लगाने के लिए सम्मानित किया जाएगा। इस पहल में भाग लेने वाले नागरिकों को कार्यक्रम के अंतर्गत वृक्षारोपण के लिए जन-सामान्य को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से पौधा लगाने वाले चयनित विजेताओं को प्राणवायु पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा।
कोविड-19 के दौरन हम लोग ना केवल वायरस से परेशन हुए हम लोग को ऑक्सीजन की कमी का भी सामना करना पड़ा। कई मरीजों की मौत भी ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई। इस समस्याओं को देखते हुए मध्यप्रदेश सरकार श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा 22 मई 2021 को अंकुर योजनाकी शुरुआत की गई। इस योजना के तहत 1 मेगा वृक्षारोपण अभियान प्रारंभ किया जा रहा है। राज्य में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के साथ ही वृक्षारोपण करने की योजना भी शुरू की है, क्योकि पेड़ प्राकृतिक ऑक्सीजन प्रदान करते हैं। पेड़ों से बड़ा कोई ऑक्सीजन संयंत्र नहीं है। पेड़-पौधों का महत्व हर किसी को समझना होगा। जब तक हम और आप इसे नहीं समझेंगे तक पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बढ़ाया हुआ कदम सार्थक नहीं होगा। यदि आप इस योजना से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप से निवेदन है कि आप हमारे इस लेख को अंत तक पढ़े।
मुख्यमंत्री का उद्देश्य क्या है
सरकार की इस वृक्षारोपण योजना MP 2023 का उद्देश्य राज्य में हरियाली बढ़ाना और प्रकृति में आए असंतुलन को रोकना है। पेड़-पौधों का महत्व हर किसी को समझना होगा। एक व्यक्ति चौबीस घंटे में औसतन 550 लीटर आक्सीजन का उपयोग करता है। जबकि एक पेड़ इतने ही समय में 55 से 60 लीटर आक्सीजन उत्सर्जित करता है। पेड़-पौधे ही पर्यावरण के रक्षक होने के साथ उनको स्वच्छ भी बनाते हैं। इसके बिना कोई भी अपने जीवन की संभावना नहीं कर सकता है। इसलिए लोगों को पेड़-पौधों को लगाने के लिए आगे आना चाहिए। लेकिन वर्तमान में लोग अपने भौतिक सुख-सुविधाओं के लिए जंगल काटकर इस धरती को पेड़ विहीन बना रहे हैं। पेड़-पौधे अगर कम होते गए तो ग्लोबल वार्मिंग की समस्या और अधिक पैदा होने लगेगी। जिसका असर वर्तमान में दिखाई भी दे रहा है। पर्यावरण का संतुलन बिगड़ने लगा है। स्थिति यह है कि पिछले 10 साल में पृथ्वी का तापमान बढ़ा है। वहीं हिम खंड भी पिघलने लगे हैं। अगर भविष्य में ऐसा ही होता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब हम लोगों को ऑक्सीजन लेने के लिए रुपए खर्च करना पड़ेंगे। एक पेड़ लगाने से असंख्य जीव-जन्तुओं के जीवन का उद्धार होता है और उसका अपार पुण्य सहजता से हासिल होता है। एक तरह से पेड़ लगाने से अपार पुण्य की प्राप्ति होती है। भारतीय संस्कृति में भी वृक्षारोपण को अति पुण्यदायी माना गया है। शास्त्रों में लिखा गया है कि एक पेड़ लगाने से एक यज्ञ के बराबर पुण्य मिलता है। इस तरह से प्रत्येक व्यक्ति को इस धरा पर जीवित रहने के लिए उसके हिस्से की आक्सीजन आपूर्ति के लिए दस पेड़ चाहिए इसलिए पर्यावरण संरक्षण को समझ कर ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाएं।
लाभ क्या है
पेड़ों की खासियत यह है कि इसका कोई भी हिस्सा अनुपयोगी नहीं होता चाहे पत्तियां हों, तने, बीज, फल, फूल, सबकुछ इंसानों और प्रकृति के लिए बहुत से फायदों से भरा होता है।
वृक्ष लगाने का पहला और सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है कि वे कार्बन डाइऑक्साइड और श्वास ऑक्सीजन का आदान-प्रदान करते हैं। पर्यावरण में ऑक्सीजन की जरूरत सभी को ज्ञात है।
पेड़ न केवल कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं बल्कि वातावरण से कई अन्य हानिकारक गैसों को भी अवशोषित करते हैं। जिससे वातावरण को ताजगी मिलती है। इन दिनों वाहनों और औद्योगिक फैक्ट्रियों से बहुत प्रदूषण निकल रहा है। अधिक से अधिक पेड़ लगाने से प्रदूषित हवा से छुटकारा पाने में मदद मिलेगी।
पेड़ पर्यावरण को शांत रखते हैं। वे गर्मी के असर को कम करने में मदद करते हैं। उनसे प्राप्त ठंडक का असर ऐसा है कि यह आसपास के स्थानों में 50% तक एयर कंडीशनर की आवश्यकता को कम कर सकता है।
भोजन उपलब्ध कराते हैं. पेड़ों पर फल लगते हैं. जो पक्षियों, जानवरों और मनुष्यों के लिए भोजन हैं। गाय, बकरियां और अन्य शाकाहारी जानवर भी वृक्षों के पत्ते खाते हैं।
वायु और जल प्रदूषण नियंत्रित करते हैं। वृक्ष वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए हानिकारक गैसों को न केवल अवशोषित करते हैं बल्कि जल प्रदूषण को भी नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
नाम | मध्य प्रदेश अंकुर योजना 2023 |
लांच की तारीख | 22 मई 2021 |
लांच की गई | मध्य प्रदेश राज्य सरकार |
लाभ | वृक्षारोपण अभियान |
पंजीकरण की प्रारंभ तिथि | मई 2021 |
उद्देश्य | वृक्षारोपण के लिए प्रोत्साहित |
लाभार्थी | मध्य प्रदेश के लोगों के लिए |
साल | 2021 |
APP | यहां क्लिक करें |
योजना की पात्रता
आवेदन करने वाला व्यक्ति मध्य प्रदेश का स्थानीय निवासी हो।
आवेदक के पास एंड्रॉयड फोन होना चाहिए, जिसमें वह एप्लीकेशन डाउनलोड कर सके।
इस योजना के तहत एप्लीकेशन को डाउनलोड करने के बाद पंजीकरण के दौरान पौधा लगाते समय अपनी एक तस्वीर एप्लीकेशन पर अपलोड करना अनिवार्य है।
पंजीकरण के बाद उन्हें पौधा लगाते समय अपनी एक तस्वीर एप्लीकेशन पर अपलोड करनी होगी।
30 दिन तक लगातार इस एप्लीकेशन में पौधे की देखरेख करते हुए POHOTS अपलोड करना अनिवार्य है।
रजिस्ट्रेशन कैसे करें
डाउनलोड ऑफिसियल लिंक
मध्य प्रदेश निवासी वायुदूत एप्लीकेशन को डाउनलोड करना चाहता है वह प्ले स्टोर पर जाकर वायुदूत एप्लीकेशन सर्च कर सकते हैं या फिर इस लिंक पर क्लिक करके डायरेक्ट एप्लीकेशन डाउनलोड कर सकते हैं।
योजना पुरस्कार
इस योजना में शामिल होकर जो भी व्यक्ति विजेता चुने जाएंगे, उन्हें प्राण वायु नाम से पुरस्कार प्रदान किये जायेंगे। और साथ ही उन्हें प्रमाण पत्र भी दिया जयेगा।
महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर
मध्य प्रदेश अंकुर योजना की शुरुआत कब हुई?
22 मई 2021
Q : मध्य प्रदेश अंकुर योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
राज्य में हरियाली बढ़ाना
Q : मध्य प्रदेश अंकुर योजना में कौन सा पुरस्कार दिया जायेगा ?
Ans : प्राण वायु पुरस्कार
Q : मध्य प्रदेश अंकुर योजना की प्रक्रिया में कितने दिन तक फोटोज अपलोड करनी होगी?
Ans : 30 दिन तक
Q : वायुदूत एप्लीकेशन किसके द्वारा तैयार की गई?
Ans : एमपी आईटी विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा
मध्य प्रदेश अंकुर योजना के दौरान चयनित विजेताओं का चुनाव कौन करेगा?
Ans : मध्य प्रदेश सरकार शिवराज सिंह चौहान
मध्य प्रदेश अंकुर योजना के अंतर्गत कौन सा ऐप लॉन्च किया गया?
वायुदूत एप्लीकेशन
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