मैकेनिकल इंजीनियर कैसे बने आइये जाने हिंदी में ?

मैकेनिकल इंजीनियर कैसे बने आइये जाने हिंदी में ?, कैसे हैं आप? हमे आशा है आप कुशल से होंगे… अच्छे से होंगे। Sarkarijobguide आज एक बार फिर आपकी सेवा में हाजिर है एक ऐसा विषय लेकर जो लोग या जो छात्र लड़के और लड़कियाँ इंजीनियर बनना चाह रहे है  इसका उत्तर उन्हें नहीं मिल रहा है तो इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको सब कुछ साफ हो जायेगा आज हम आपको बताएँगे कैसे बने 

दोस्तों इस पोस्ट मे मैकेनिकल इंजीनियर कैसे बने  , की पूरी जानकारी हिंदी में  उपलब्ध करा रहे है ! जो आपके इंजीनियर  की तैयरी कर रहे स्टूडेंट के लिए बहुत Important है,तो दोस्तों उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होगी|तो आइये जानते है विस्तार से

मैकेनिकल इंजीनियरिंग क्या है

अगर हम मैकेनिकल इंजीनियरिंग की बात करें तो मैकेनिकल इंजीनियरिंग, भिन्न भिन्न मशीनों का निर्माण, बनावट, चालन आदि का सैद्धान्तिक (Theoretical)और व्यावहारिक ज्ञान (practical knowledge) है। मैकेनिकल इंजीनियर, सभी इंजीनियरिंग में सबसे पुरानी विस्तृत शाखाओं (Wide Branches) में से एक है. मैकेनिकल इंजीनियर, का कार्य बिजली उत्पादक मशीनों (power-producing machines) जैसे बिजली जनरेटर, आंतरिक दहन इंजन (internal combustion engines), भाप (Steam ) तथा गैस टर्बाइन (Gas Turbine) आदि डिज़ाइन करना होता है. मैकेनिकल इंजीनियरिंग में प्रोडक्शन,आयल एंड गैस , Manufacturing , Automobile जैसे फ़ील्ड्स आते हैं |

मैकेनिकल इंजीनियर शैक्षिक योग्यता क्या होना चाहिये

मैकेनिकल इंजीनियर दो प्रकार के होते है – जूनियर मैकेनिकल इंजीनियर और सीनियर मैकेनिकल इंजीनियर. जूनियर मैकेनिकल इंजीनियर बनने के लिए आपको डिप्लोमा कोर्स करना अनिवार्य होता है.

मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा

इस डिप्लोमा कोर्स को आप 10th क्लास पास करने के बाद कर सकते है. इसमें उम्मीदवार को 10th क्लास में मैथ, फिजिक्स, केमिस्ट्री विषयों से पास होना अनिवार्य होता है. तथा डिप्लोमा कोर्स की समय अवधि 3 वर्ष तक होती है. परन्तु यदि आप 12th क्लास पास कर चुके है. तो आपके लिए डिप्लोमा कोर्स केवल दो वर्ष का होगा.

मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिग्री

मैकेनिकल सिविल इंजीनियर के लिए उम्मीदवार को 12th क्लास में मैथ, फिजिक्स, केमिस्ट्री विषयों से पास होने के बाद सिविल इंजीनियरिंग फील्ड से बी.ई / बी.टेक कोर्स करना अनिवार्य होता है. इस कोर्स कि अवधि 4 वर्ष की होती है. बीई / बीटेक कोर्स में प्रवेश करने के लिए उम्मीदवार को 12th क्लास में साइंस विषय से अच्छे अंक प्राप्त करने होते है. इसके साथ-साथ उम्मीदवार को इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम भी देना होता है. जो उम्मीदवार इस एंट्रेंस एग्जाम में उत्तीर्ण जाते है. उन्हें ये कोर्स करने की अनुमति दे दी जाती है. उम्मीदवार को कौन सा कॉलेज मिलता है. ये उसकी रैंक पर डिपेंड करता है. जो रैंक उसके एंट्रेंस एग्जाम में आती है. यदि उम्मीदवार सिविल इंजीनियरिंग से बीई / बीटेक कोर्स पूरा कर लेता है. तो वह आगे सिविल इंजीनियरिंग फील्ड से ही एमई और एमटेक कोर्स कर सकते है.

मैकेनिकल इंजीनियरिंग में रोजगार क्या है 

यदि आप मैकेनिकल इंजीनियरिंग फील्ड में अपना करियर बनने के इच्छुक है. तो आप इसी फील्ड में अपना करियर बना सकते है. क्योकि मैकेनिकल इंजीनियरिंग फील्ड में जाने का सबसे बड़ा फायदा आपकी बढ़ती हुई मांग है. यदि आप इस मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल कर लेते है. तो आपके लिए रोजगार के कई ऑप्शन है. अथार्थ आपके लंबे समय तक बेरोजगार होने की संभावनाएं काफी काम है.

मैकेनिकल इंजीनियर का हिंदी में मतलब क्या है

दोस्तों इंजिनियर को हम हिंदी में अभियंता कहते हैं और दोस्तों मैकेनिकल इंजिनियर (Mechanical Engineer) को हिंदी में यांत्रिक अभियंता कहते हैं

विश्व के बेस्ट मैकेनिकल इंजीनियरिंग संस्थान

 मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) (संयुक्त राज्य अमेरिका) स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी (संयुक्त राज्य अमेरिका) कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय (यूनाइटेड किंगडम) कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले (यूसीबी) (संयुक्त राज्य अमेरिका) मिशिगन विश्वविद्यालय (संयुक्त राज्य अमेरिका) इंपीरियल कॉलेज लंदन (यूनाइटेड किंगडम)  जॉर्जिया प्रौद्योगिकी संस्थान (संयुक्त राज्य अमेरिका) नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ़ सिंगापुर (NUS) (सिंगापुर) ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय (यूनाइटेड किंगडम) हार्वर्ड विश्वविद्यालय (संयुक्त राज्य अमेरिका)

इंडिया के बेस्ट मैकेनिकल इंजीनियरिंग संस्थान

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली (IIT-D) भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे, मुंबई (IIT-B) भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर (IIT KGP) भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर (IIT-K) इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मद्रास (IIT-M), चेन्नई भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रुड़की (IIT-R) भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बीएचयू (IIT-BHU), वाराणसी बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी (बिट्स पिलानी) भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गुवाहाटी (IIT G) राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, तिरुचिरापल्ली (NIT त्रिची)

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मैकेनिकल इंजीनियर के लिए वेतन

यांत्रिक इंजीनियरिंग फील्ड में जॉब के बेहतरीन अवसर होने के साथ-साथ वेतन भी काफी अच्छा है. एक यांत्रिक इंजीनियर का औसत वेतन 3,59,154 रुपये प्रति वर्ष है। तथा यांत्रिक इंजीनियरिंग फील्ड से गये हुए उम्मीदवार विदेश में जाकर प्रति माह लाख रुपए में सैलरी लेते है. ये वेतन का बेसिक आईडिया आपको बताया गया है. इसके अलावा यान्त्रिक अभियंता (Mechanical Engineering) फील्ड में मिलने वाला वेतन उम्मीदवार की योग्यता, अनुभव एवं उम्मीदवार किस आर्गेनाइजेशन के साथ काम कर रहा है. इन बातो पर निर्भर करता है.

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कैसी लगी आपको ये मैकेनिकल इंजीनियर कैसे बने आइये जाने हिंदी में – की  यह पोस्ट हमें कमेन्ट के माध्यम से अवश्य बताये और आपको किस विषय की नोट्स चाहिए या किसी अन्य प्रकार की दिक्कत जिससे आपकी तैयारी पूर्ण न हो पा रही हो हमे बताये हम जल्द से जल्द वो आपके लिए लेकर आयेगे|

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